Air India-Vistara Merger: विस्तारा और एयर इंडिया के विलय पर बड़ा अपडेट, CEO ने बताया पूरा प्‍लान 

Air India-Vistara Merger: भारतीय विमानन क्षेत्र (Indian Aviation Sector) के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में 2025  टाटा (TATA), सिंगापुर एयरलाइंस (Singapore Airlines) और विस्‍तारा के बीच एक संयुक्त उद्यम के तहत 2024 के मध्य तक यानी पहली छमाही में विस्‍तारा, एयर इंडिया के साथ विलय करने के लिए तैयार है। विस्तारा के सीईओ विनोद कन्नन ने विश्वास जताया कि विलय के लिए सभी कानूनी मंजूरी इस साल के मध्य तक सुरक्षित कर ली जाएंगी।

प्रस्तावित विलय की घोषणा टाटा समूह द्वारा नवंबर, 2022 में की गई थीं और इसका उद्देश्य विस्तारा को विमानन उद्योग में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करना और उपभोक्ता-केंद्रित दृष्टिकोण के जरिए विकास को बढ़ावा देना है। इस सौदे के तहत सिंगापुर एयरलाइंस भी एयर इंडिया के 25.1 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। एयर इंडिया के साथ विस्तारा का प्रस्तावित विलय भारतीय विमानन उद्योग में एक महत्वपूर्ण क्षण है, जिसमें एयरलाइन रणनीतिक विकास और बढ़ी हुई बाजार उपस्थिति के लिए तैयार है।

सीईओ ने दी Vistara Airline के वित्‍तीय प्रदर्शन की जानकारी  

67 विमानों के अपने मौजूदा बेड़े और करीब 320 दैनिक उड़ानों के साथ विस्तारा से विलय की गई इकाई की परिचालन दक्षता, उपभोक्ता-केंद्रित सेवाओं और समग्र कर्मचारी क्षमताओं में वृद्धि की उम्मीद है। जैसा कि विस्तारा 9 जनवरी, 2024 को अपने संचालन का नौवां वर्ष मना रहा है, ऐसे में सीईओ विनोद कन्नन ने एयरलाइन के वित्तीय प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी। बीते वित्तीय वर्ष की दूसरी छमाही में चुनौतियों का सामना करने के बावजूद विस्तारा ने 2022-23 की अंतिम तिमाही में भी तोड़ दिया।

सीईओ विनोद कन्‍नन ने कहा- “हम पिछले साल की आखिरी तिमाही (2022-23) में भी टूट गए। अक्टूबर 2022 से जुलाई 2023 तक हम घाटे में थे, लेकिन तब अधिकांश अन्य एयरलाइनों की तरह जुलाई, अगस्त, सितंबर और अक्टूबर सबसे कमजोर महीने थे और हमें वहां कुछ नुकसान उठाना पड़ा। लेकिन, दिसंबर एक बहुत मजबूत महीना रहा है।

बेड़े के आकार को बढ़ाएगी Vistara

विस्तारा ने अप्रैल 2024 तक अपने बेड़े के आकार को 70 विमानों तक विस्तारित करने की योजना बनाई है, जिसमें बोइंग 787 (Boeing 787) भी शामिल है। एयरलाइन ने रणनीतिक रूप से अपनी क्षमता तैनात की है, जिसमें करीब 35 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय मार्गों के लिए समर्पित है और शेष 65 प्रतिशत घरेलू मार्गों के लिए समर्पित है। बाजार की बदलती गतिशीलता के जवाब में विस्तारा अमेरिका के लिए उड़ानें बंद करके यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया पर ध्यान केंद्रित करेगी।

पिछले नौ वर्षों पर विचार करते हुए सीईओ विनोद कन्नन (CEO Vinod Kannan) ने विमानन उद्योग में पैमाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विस्तारा के लिए मुख्य सीख ग्राहकों को प्राथमिकता देना और उन्हें परिचालन के केंद्र में रखना है। कन्नन ने उम्‍मीद जताई कि यह ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण विलय के बाद एयर इंडिया में निर्बाध रूप से एकीकृत हो जाएगा। उन्होंने विलय प्रक्रिया के लिए समयसीमा की भी रूपरेखा तैयार की, जिसमें कानूनी मंजूरी 2024 के मध्य तक और परिचालन एकीकरण 2025 की शुरुआत या मध्य तक होने की उम्मीद है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि विलय लागत में कटौती या दक्षता उपायों के बजाय विकास की दृष्टि से प्रेरित है।

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