Wholesale Inflation Rate : महंगाई ने तोड़ा 15 महीनों का रिकॉर्ड, मई में तेजी से उछाल

Wholesale Inflation Rate : थोक बाजार की कीमतों पर आधारित महंगाई (WPI Inflation) के नए आंकड़े सामने आ गए हैं, जहां अप्रैल के मुकाबले मई के महीने में ये दोगुना से ज्यादा बढ़ी है और ओवरऑल 15 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। वहीं आने वाले समय में संभव है कि थोक महंगाई का असर देश के आम लोगों और रिटेल बाजार दिखाई दे, तब देखना होगा कि इस बारे में आरबीआई क्या फैसला लेता है। आइये जानते है इसके बारे में विस्तृत से-
इतनी बढ़ी थोक महंगाई | Wholesale Inflation Rate May
वहीं अप्रैल 2024 में महंगाई (Wholesale Inflation Rate) 1.26% रही थी, जो 13 महीने का उच्चतम स्तर था। इसके एक महीने पहले मार्च 2024 में ये 0.53% रही थी, जहां फरवरी में थोक महंगाई 0.20% रही थी। वहीं बुधवार को रिटेल महंगाई में गिरावट देखने को मिली थी।
दूसरी ओर खाद्य महंगाई दर अप्रैल के मुकाबले 5.52% से बढ़कर 7.40% हो गई, जहां रोजाना की जरूरत वाले सामानों की महंगाई दर 5.01% से बढ़कर 7.20% हो गई। वहीं फ्यूल और पावर की थोक महंगाई दर 1.38% से घटकर 1.35% रही। मैन्युफैक्चरिंग प्रोडक्ट्स की थोक महंगाई दर -0.42% से बढ़कर 0.78% रही।
रिटेल महंगाई में दर्ज हुई गिरावट
इसके पहले कल यानी 12 जून को मई के रिटेल महंगाई के आंकड़े जारी हुए थे, जहां मई में रिटेल महंगाई 4.75% रही। यह 12 महीने का निचला स्तर है। वहीं एक महीने पहले यानी अप्रैल में रिटेल महंगाई घटकर 4.83% पर आ गई थी।
बता दें थोक महंगाई के लंबे समय तक बढ़े रहने से ज्यादातर प्रोडक्टिव सेक्टर पर इसका बुरा असर पड़ता है, वहीं अगर थोक मूल्य बहुत ज्यादा समय तक ऊंचे स्तर पर रहता है, तो प्रोड्यूसर इसका बोझ कंज्यूमर्स पर डाल देते हैं।
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