Maha Kumbh 2025: अब कुंभ में बिछड़े भाई झट से मिलेंगे, प्रशासन ने किया चाक-चौबंद इंतजाम
Maha Kumbh Mela 2025: प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ 2025 में एक नई टेक्नोलॉजी से सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। यूपी सरकार कुंभ मेले में सुरक्षा को लेकर एडवांस टेक्नीक और सुव्यवस्थित योजना का इस्तेमाल कर रही है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाखों श्रद्धालुओं का अनुभव सुरक्षित और आरामदायक हो।
अब वो दिन गए जब बॉलीवुड फिल्मों में बिछड़े परिवारों की यादें बसी रहती थीं, जो अक्सर कुंभ मेले की भीड़ में खो जाते थे। यूपी सरकार ने प्रयागराज मेला प्राधिकरण और पुलिस विभाग के साथ मिलकर एक उन्नत खोया-पाया प्रणाली (Advanced Lost and Found System) लागू की है, जो न केवल लापता व्यक्तियों को ट्रैक करेगी, बल्कि उनके परिवारों से जल्दी ही मिलना भी सुनिश्चित करेगी।
इस बदलाव का सेंटर प्वाइंट डिजिटल लॉस्ट एंड फाउंड सेंटर है। इन सेंटर पर एक एडवांस डिजिटल रजिस्ट्रेशन सिस्टम होगा, जिसमें लापता व्यक्तियों के डिटेल तत्काल दर्ज किए जाएंगे और इन्हें विभिन्न प्लेटफार्मों जैसे फेसबुक और एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया जाएगा। यह सिस्टम अब वह डर और चिंता खत्म करेगी, जिसे पहले लापता होने पर परिवारों को झेलना पड़ता था।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि “नियमित घोषणाएँ और प्रौद्योगिकी का समावेश यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी परिवार लंबे समय तक चिंता में न डूबे। हमारा उद्देश्य कुंभ को एक सुरक्षित और यादगार अनुभव बनाना है।”
विशेष प्रावधानों के तहत बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है। खोए हुए बच्चों या महिलाओं को दावा करने वाले व्यक्ति को प्रमाणित पहचान देना होगा। यदि संदेह होता है, तो पुलिस मामले में हस्तक्षेप करेगी, जिससे गलत हाथों में जाने का डर समाप्त हो जाएगा।
Prayagraj Maha Kumbh Mela 2025 में नहीं होगा ड्रामा
कुंभ मेले में बिछड़े हुए रिश्तेदारों का मिलना एक प्रसिद्ध बॉलीवुड क्लिशे बन चुका है, जैसे कि 1943 की ‘तक़दीर’ और 1970 की हिट फिल्म ‘मेला’, जहां रिश्तेदारों को मेला में बिछड़ने के बाद पुनर्मिलन की कठिनाइयों को दर्शाया गया था। लेकिन अब महाकुंभ 2025 में इसे तकनीकी दृष्टिकोण से बदलने का प्रयास किया जा रहा है। अगर कोई व्यक्ति 12 घंटे तक लापता रहता है और कोई उसे नहीं पहचानता, तो प्रशासन उसे शेल्टर प्रदान करेगा।
एक सरकारी प्रवक्ता ने कहा, “इन कदमों से कुंभ में बिछड़े परिवारों के ड्रामा की जगह अब सुरक्षा और पुनर्मिलन की वास्तविकता आएगी।”
AI पावर्ड सर्विलांस: फेस रेकग्निशन कैमरे
Prayagraj Maha Kumbh Mela 2025 में पहली बार प्रयागराज रेलवे डिवीजन ट्रेनों में यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक फेस रेकग्निशन (FR) कैमरे और CCTV कैमरे लगाएगा। यह कैमरे AI तकनीक से संचालित होंगे, जो भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों की निगरानी करेंगे, संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करेंगे और सुरक्षा संबंधी जोखिमों को टालने का प्रयास करेंगे।
प्रयागराज के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लगभग 650 CCTV कैमरे और 100 FR कैमरे लगाए जाएंगे। यह व्यापक सुरक्षा प्रणाली जनवरी से सक्रिय हो जाएगी, ताकि महाकुंभ शुरू होने से पहले ही सभी इंतजाम पूरे हो सकें।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी राजेश द्विवेदी ने कहा कि इन तकनीकी प्रगति और प्रक्षिप्त उपायों के साथ, महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक घटना बनने जा रहा है, जहां सुरक्षा और व्यवस्था का ध्यान रखा जाएगा।
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