कॉपीराइट मुद्दे पर OpenAI के खिलाफ कानूनी लड़ाई में शामिल हुए भारतीय मीडिया

भारतीय मीडिया कंपनियों, जिसमें आदानी के NDTV और अंबानी के Network18 जैसी प्रमुख संस्थाएं शामिल हैं, ने OpenAI के खिलाफ चल रहे मुकदमे में शामिल होने के लिए दिल्ली की एक अदालत में याचिका दायर की है। इन कंपनियों का आरोप है कि OpenAI ने बिना अनुमति के उनके समाचार कंटेंट को स्क्रैप करके ChatGPT को ट्रेन करने में इस्तेमाल किया है।

यह कानूनी कदम भारत में OpenAI के खिलाफ बढ़ते मामलों की कड़ी में एक नया अध्याय जोड़ता है। पिछले साल, स्थानीय समाचार एजेंसी ANI द्वारा दायर मुकदमे से यह मामला शुरू हुआ था। हाल ही में, भारतीय और वैश्विक पुस्तक प्रकाशकों ने भी इस मामले में अपनी भागीदारी दर्ज कराई है।

कंटेंट स्क्रैपिंग और कॉपीराइट उल्लंघन का आरोप

Reuters द्वारा प्राप्त 135 पृष्ठों की याचिका के अनुसार, OpenAI की गतिविधियां Digital News Publishers Association (DNPA) और अन्य मीडिया कंपनियों के कॉपीराइट्स के लिए एक गंभीर खतरा उत्पन्न कर रही हैं। याचिका में OpenAI पर “जानबूझकर कंटेंट को स्क्रैप करने और उसे अनुकूलित करने” का आरोप लगाया गया है, साथ ही यह चिंता जताई गई है कि टेक कंपनियां कंटेंट को नियंत्रित करने और विज्ञापन राजस्व को निकालने में अपनी प्रभावशाली स्थिति का गलत इस्तेमाल कर रही हैं।

संभावित प्रभाव और कानूनी लड़ाई

Reuters की रिपोर्ट के मुताबिक, इस कानूनी कार्रवाई का नेतृत्व भारतीय मीडिया के कई प्रमुख संस्थानों ने किया है, जिनमें Indian Express, Hindustan Times, NDTV और DNPA शामिल हैं। DNPA में करीब 20 प्रमुख कंपनियां सदस्य हैं, जिनमें Mukesh Ambani का Network18, Dainik Bhaskar, Zee News, India Today Group, और The Hindu जैसी कंपनियां शामिल हैं। इन कंपनियों के पास मजबूत समाचार पत्र और टेलीविजन डिवीजन भी हैं। हालांकि, The Times of India इस मामले में शामिल नहीं है, भले ही यह DNPA का हिस्सा है।

मीडिया कंपनियों का विरोध

कई मीडिया कंपनियां इस बात को लेकर चिंतित हैं कि OpenAI जैसी टेक कंपनियां उनके कंटेंट का उपयोग कर सकती हैं, जिससे उन्हें ना सिर्फ वित्तीय नुकसान हो सकता है, बल्कि उनकी स्वतंत्रता और कंटेंट नियंत्रण भी प्रभावित हो सकता है। इस मामले में आगे की कानूनी कार्यवाही पर सभी की नजरें हैं, क्योंकि यह भारत में मीडिया और टेक कंपनियों के बीच कंटेंट उपयोग और कॉपीराइट के अधिकारों को लेकर एक महत्वपूर्ण लड़ाई बन गई है।

भारत में यह मामला अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित कर रहा है, क्योंकि AI और टेक कंपनियों द्वारा कंटेंट के उपयोग और उसके संभावित प्रभावों पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

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