ATM चार्जेज से है बचना! तो फॉलो कर लें यह नियम

ATM Charges Rules : एटीएम यानी ऑटोमेटेड टेलर मशीन एक सेल्फ-सर्विस बैंकिंग आउटलेट है। जिससे आप एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं, इसके साथ ही अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं या फिर फंड ट्रांसफर भी कर सकते हैं।

दूसरी ओर एटीएम से पैसे निकालने या बाकी चीजों के लिए कई बार चार्ज भी देना होता है। जिसके लिए कई बार जिम्मेदार हम लोग ही होते हैं, वहीं अगर आप कुछ लापरवाही न करें तो आप एटीएम चार्ज से खुद को बेहतरी से बचा सकते हैं। आइये बताते हैं कैसे-

ATM Charges Rules

जानिए कब देना होता है आपको चार्ज | ATM Charges Rules 

एटीएम से नकद निकासी की लिमिट खत्म होने के बाद आपको हर लेनदेन के लिए 21 रुपये का भुगतान करना होता है। RBI के अनुसार लेनदेन शुल्क में बढ़ोतरी का मकसद बुनियादी लागत और इंटरचेंज शुल्क बढ़ोतरी की भरपाई करना है, जिसका वहन वित्तीय संस्थानों को ही करना पड़ता है।

अपने बैंक के ही एटीएम का हमेशा करें इस्तेमाल

बता दें अगर आप अपने बैंक के एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपसे कोई निकासी शुल्क नहीं लिया जाएगा। दूसरी ओर अगर आप किसी दूसरे एटीएम का इस्तेमाल करते हैं, तो आपसे एटीएम निकासी के लिए शुल्क लिया जा सकता है।

ATM Charges Rules

ट्रांज़ैक्शन की निकासी के लिए बचाकर रखें

बता दें अपने मुफ़्त ट्रांज़ैक्शन को एटीएम निकासी के लिए बचाकर रखें, यह अकाउंट स्टेटमेंट या अमाउंट ट्रांसफर जैसी चीज़ों के लिए, वहीं आप अपने बैंक की नेट बैंकिंग सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं।

करें भागीदार एटीएम का इस्तेमाल

बता दें कभी-कभी आपका बैंक दूसरे बैंकों के साथ साझेदारी कर सकता है, वहीं अगर ऐसा है तो आप भागीदार बैंक के एटीएम से पैसे निकाल सकते हैं।

ऑनलाइन करें अपने बिलों का भुगतान

अपने बिलों का भुगतान करने के लिए पैसे निकालने के बजाय, आप ऑनलाइन तरीके का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे आप अपने मुफ़्त ट्रांज़ैक्शन को दूसरे कामों के लिए बचाकर रख सकते हैं।

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