Polycab India Stock: पॉलीकैब के शेयर आज 22% तक टूटे, कंपनी के Stock में इस कारण लगा लोअर सर्किट
Polycab India Stock: आयकर विभाग (Income Tax) द्वारा जारी एक खबर के कारण पॉलीकैब इंडिया के शेयर (Polycab India Share) तेजी से गिर गए। केबल बनाने वाली कंपनी पॉलीकैब इंडिया लिमिटेड (Polycab India Ltd) के शेयर गुरुवार (11 जनवरी) को 22 प्रतिशत से ज्यादा टूट गए।
ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 10 जनवरी को आयकर ने पॉलीकैब इंडिया परिसरों की तलाशी ली। इस दौरान कंपनी के 50 से परिसरों पर छापेमारी की गई, जिसमें मुंबई, पुणे, नासिक और औरंगाबाद शामिल हैं। इसके अलावा दिल्ली और गुजरात के दमन में भी छापेमारी की गई। इससे पहले मंगलवार को भी Polycab के शेयर में नौ फीसदी तक की गिरावट आई थी। बीते एक महीने में पॉलीकैब के शेयर करीब 30 फीसदी टूट चुके हैं।
कंपनी के शेयर 22 फीसदी तक टूटे
पॉलीकैब इंडिया के शेयर BSE पर 22.4 फीसदी गिरकर 3,812.35 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए। आयकर विभाग के छापे की चिंताओं के बीच कमजोरी देखने से पहले बीते साल 14 दिसंबर को स्टॉक 52-हफ्ते के उच्चतम स्तर 5,722.90 रुपये पर पहुंच गया था।
वित्त मंत्रालय के बयान के अनुसार, आईटी की छापेमारी (Income Tax Raid) के दौरान दस्तावेजों और डिजिटल डेटा (Digital Data) के तौर पर बड़ी संख्या में आपत्तिजनक चीजें बरामद की गईं। आईटी विभाग के अनुसार, मिले हुए दस्तावेजों से पता चलता है कि कंपनी ने बड़ी संख्या में टैक्स चोरी की है। जानकारी यह भी सामने आई है कि कंपनी बेहिसाब नकद बिक्री, गैर-वास्तविक परिवहन, बेहिसाब खरीद के लिए नकद भुगतान और ठेकेदारी में शामिल रही है।
कंपनी के पास 1000 करोड़ का हिसाब नहीं
वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी कि कंपनी ने करीब 1000 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकद बिक्री की है, जो कहीं भी दर्ज नहीं की गई है। कंपनी ने सिर्फ 400 करोड़ रुपये से अधिक के कैश का हिसाब दिया है। इसके अलावा कच्चे माल की खरीद की भी जानकारी नहीं दी। साथ ही खरीद, ठेकेदारी खर्च और परिवहन खर्च के दौरान 100 करोड़ रुपये के हिसाब की भी स्पष्ट जानकारी नहीं है।
आईटी ने छापेमारी के दौरान चार करोड़ रुपये से अधिक की नकदी जब्त की और 25 से अधिक बैंक लॉकर्स पर रोक लगाई है। इसके अलावा कंपनी द्वारा किए गए कई और ट्रांजेक्शन की सही जानकारी भी सामने नहीं आई है। बता दें कि पॉलीकैब इंडिया ने हाल ही में स्टॉक एक्सचेंजों (Stock Exchanges) पर कंपनी द्वारा कर (Tax) चोरी की रिपोर्टों का खंडन किया था और सुझाव दिया था कि उसे दिसंबर, 2023 के तलाशी अभियान के नतीजे के संबंध में आयकर विभाग से कोई जानकारी नहीं मिली है।