Shark Tank India Season 3 News: दो भाइयों के बिजनेस मॉडल से हैरान हुए शार्क, फिर ऑफर देकर फाड़ा चेक?

Shark Tank India Season 3 News: शार्क टैंक इंडिया सीजन 3 में किसी न किसी स्‍टार्टअप का कोई ना कोई फाउंडर आता है और अपने बिजनेस मॉडल के बारे में बताता है। अगर शार्क्‍स को आइडिया अच्छा लगता है तो वह उसमें पैसे लगा देते हैं और अगर पसंद नहीं आता तो उससे दूरी बना लेते हैं। बीते दिनों शार्क टैंक इंडिया में एक ऐसा स्टार्टअप (Startup) आया था, जिसके आइडिया ने तो सबको इंप्रेस कर दिया, लेकिन जब बारी आई पैसे देने की तो सभी पीछे हट गए।

हम बात कर रहे हैं फास्ट फूड से जुड़े स्टार्टअप ब्रांड ज़ोर्को (ZORKO Franchise) की। इस स्टार्टअप के फाउंडर दो भाई हैं- आनंद नाहर और अमृत नाहर (ZORKO Founder Anand Nahar, Zorko Founder Amrit Nahar). उन्होंने सिर्फ 17 महीनों में ही 150 फूड आउटलेट खोल दिए, जिसे सुनकर सारे शार्क हैरान रह गए। गुजरात के सूरत का ये ब्रांड 80 से अधिक प्रोडक्ट ऑफर करता है, जो एक अफोर्डेबल फ्रेंचाइजी चेन है। अभी इसके आउटलेट 6 राज्यों के 42 से अधिक शहरों में हैं। शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India Season 3 News) में ज़ोर्को के फाउंडर्स ने 1 फीसदी इक्विटी के बदले 1.5 करोड़ रुपये की मांग की।

OYO में निवेश करना चाहते थे ZORKO Founders

ज़ोर्को के फाउंडर्स ने बताया कि वह सेबी रजिस्टर्ड सर्च एनालिस्ट (SEBI Registered Research Analyst) थे, जो छोटी कंपनियों के लिए रिसर्च का काम किया करते थे। वह तो OYO में भी निवेश करना चाहते थे। हालांकि, उन्हें इसका मौका नहीं मिला और इसी बीच ओयो रूम्स (OYO Rooms) 10 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जिस कारण वह निवेश नहीं कर सके। आनंद और अमृत ने बताया कि यह बात साल 2019 की है और उस समय उनके पास 5 करोड़ रुपये निवेश के लिए थे। ये सुनकर भी सभी शार्क हैरान रह गए, क्‍योंकि उन्होंने बताया कि यह सारे पैसे उन्होंने शेयर बाजार (Share Market) से कमाए थे।

शार्क टैंक इंडिया में (Shark Tank India Season 3 News) दोनों भाइयों ने बताया कि कंपनी (ZORKO) की शुरुआत 2021 में हुई थी और उस दौरान उन्हें एक अच्छी लोकेशन पर सस्ते में दुकान मिल रही थी। कोरोना के समय उन्हें 20 लाख का फर्नीचर सिर्फ 4.5 लाख रुपये में मिल गया था। उनकी पहले साल की सेल लगभग 60 लाख रुपये थी। इस साल उनका रेवेन्‍यू टारगेट 30 करोड़ रुपये का है। यह कंपनी फ्रेंचाइजी मॉडल (ZORKO Franchise) पर काम करती है और कंपनी के सारे आउटलेट फ्रेंचाइजी ही हैं। हर फ्रेंचाइजी हर महीने औसतन 3-3.5 लाख का व्‍यापार करती है और एक फ्रेंचाइजी को लेने और सेटअप में महज 8-9 लाख रुपये खर्च होते हैं। फाउंडर्स ने बताया कि वह 3.99 लाख रुपये की फ्रेंचाइजी (ZORKO Franchise) देते हैं, जिसमें लगभग 2 लाख रुपये का तो उनके ऊपर खर्च कर दिया जाता है।

ZORKO Founders पर भड़क गए शार्क

ज़ोर्को फाउंडर्स की पूरी बात सुनने के बाद शार्क टैंक इंडिया (Shark Tank India Season 3 News) के शार्क्‍स को सबसे पहले तो फ्रेंचाइजी मॉडल से दिक्कत हुई, क्योंकि उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर यहां कौन, कैसे कमाई कर रहा है। ZORKO ने एक के बाद एक 150 फ्रेंचाइजी खोल डालीं, जो शार्क को एक रेस में भागने जैसा लग रहा था। ज़ोर्को फाउंडर्स ने कहा कि भविष्य में वह 7-8 ब्रांड खोलना चाहते हैं और इसके लिए एक सब्सिडियरी की तरह वेंचर कैपिटल फर्म भी शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्‍य होरेका (HoReCa) में भी जाने का है, ये सुनकर अनुपम ने कहा कि यहां दाल में कुछ काला नहीं है, बल्कि पूरी दाल ही काली है। विनीता ने भी कहा- उन्हें ये बिजनेस समझ नहीं आ रहा है और पीयूष भी इससे बाहर हो गए।

Aman Gupta ने ज़ोर्को फाउंडर्स के सामने फाड़ा चेक

ZORKO स्टार्टअप में रितेश अग्रवाल और अमन गुप्ता ने दिलचस्पी दिखाई और दोनों ने 10-10 लाख रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया। दोनों ने 20 करोड़ रुपये के वैल्युएशन पर 1% इक्विटी के बदले 20 लाख रुपये का निवेश करने और बचे हुए 1.3 करोड़ रुपये तीन साल के लिए 10% की दर पर लोन (Loan) देने का ऑफर दिया। काउंटर ऑफर देते हुए ज़ोर्को फाउंडर्स ने दोनों के 50-50 घंटे मांगे और बदले में 1% इक्विटी देने की बात कही। रितेश अग्रवाल ने तो 25 घंटे का कमिटमेंट भी दे दिया, लेकिन अमन गुप्ता ने चेक फाड़ दिया और कहा- हमें जाने दो भाई, मुझे माफ करो।

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