टैरिफ के रेट बढ़ने के बाद से टेलीकॉम कंपनियों को ARPU में 5 से 6.5% की वृद्धि की उम्मीद

Telecom Companies ARPU : भारत के प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों से उम्मीद जताई जा रही है कि वे आगामी Q3FY25 परिणामों में औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) में 5 से 6.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करेंगे। यह वृद्धि जुलाई 2024 में लागू की गई टैरिफ वृद्धि का परिणाम माना जा रही है, जैसा कि सेंटरम रिपोर्ट में बताया गया है।
टैरिफ वृद्धि का असर
रिपोर्ट के अनुसार, “तीन प्रमुख टेलीकॉम ऑपरेटरों के ARPU में 5 से 6.5 प्रतिशत की QoQ वृद्धि की उम्मीद है, जो जुलाई 2024 की टैरिफ वृद्धि के कारण हो रही है।” सेंटरम ने यह भी अनुमान लगाया है कि टैरिफ वृद्धि के बाद हुई SIM समेकन (consolidation) का प्रभाव FY25 की तीसरी तिमाही तक कम हो सकता है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि टेलीकॉम क्षेत्र में अब सुधार हो रहा है और कीमतों में स्थिरता आई है, जहां अब प्रमुख ऑपरेटरों के रूप में तीन बड़े खिलाड़ी और एक छोटा ऑपरेटर मौजूद हैं।
ROCE सुधारने के लिए ARPU बढ़ाना
जुलाई 2024 में सभी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों द्वारा की गई टैरिफ वृद्धि का उद्देश्य ARPU को बढ़ाकर पूंजी पर लाभ (ROCE) को बेहतर बनाना था। इसके अलावा, डिजिटल सेवा की बढ़ती पैठ और 4G सेवाओं की व्यापक स्वीकृति इंटरनेट आधारित कंपनियों के प्रदर्शन को समर्थन देने में मदद कर रही है। टेलीकॉम क्षेत्र का ध्यान अब अधिक लाभप्रदता की ओर मुड़ चुका है, क्योंकि ऑपरेटर बढ़ती डिजिटल अपनाने के अवसरों का लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
सब्सक्राइबर बढ़त और गिरावट
इस तिमाही में प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के बीच सब्सक्राइबर आधार में भिन्नताएं देखने को मिल सकती हैं। रिपोर्ट के अनुसार, रिलायंस जियो के करीब 20 लाख सब्सक्राइबर की गिरावट हो सकती है, जबकि भारती एयरटेल को लगभग 30 लाख सब्सक्राइबर का लाभ मिलने की उम्मीद है। इसके विपरीत, वोडाफोन आइडिया (VIL) को लगभग 40 लाख ग्राहकों की हानि हो सकती है, जो इस बात को दर्शाता है कि कंपनी अपने ग्राहक आधार को बनाए रखने में संघर्ष कर रही है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है, “रिलायंस जियो को लगभग 20 लाख सब्सक्राइबर की गिरावट का सामना करना पड़ सकता है, जबकि एयरटेल को करीब 30 लाख सब्सक्राइबर जुड़ने की उम्मीद है।”
डाटा उपयोग और 5G नेटवर्क पर ध्यान
हालांकि कुछ ऑपरेटरों के सब्सक्राइबर घटने की संभावना है, लेकिन हर ग्राहक द्वारा डाटा उपयोग की दर में वृद्धि जारी रहेगी, जो मोबाइल इंटरनेट सेवाओं के बढ़ते उपयोग को दर्शाता है। रिलायंस जियो और एयरटेल दोनों ही भारत में अपने 5G नेटवर्क का तेजी से विस्तार कर रहे हैं। इन दोनों कंपनियों के 5G विस्तार पर कोई भी नई जानकारी निवेशकों द्वारा बारीकी से देखी जाएगी।
निवेशक और विशेषज्ञों की निगाहें
निवेशक और उद्योग विशेषज्ञ Q3FY25 के परिणामों पर विशेष ध्यान देंगे, खासकर यह जानने के लिए कि टैरिफ वृद्धि का कितना प्रभाव पड़ा है, सब्सक्राइबर आधार में क्या बदलाव हुए हैं, और 5G नेटवर्क विस्तार की दिशा में क्या प्रगति हुई है। इन परिणामों से कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य और भविष्य के विकास के बारे में महत्वपूर्ण संकेत मिल सकते हैं।