ट्रंप भारत के मित्र हैं, उनके सत्ता में आने के बाद कोई समस्या नहीं होगी: Piyush Goyal

Piyush Goyal on Trump Government : वाणिज्य और उद्योग मंत्री पियूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि भारत को डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के तहत अमेरिकी व्यापार शुल्कों को लेकर किसी प्रकार की चिंता नहीं है। उन्होंने आश्वस्त किया कि भारत और अमेरिका के रिश्तों में किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न होने की संभावना नहीं है। गोयल ने कहा, “हमें जल्दबाजी करने की आवश्यकता नहीं है, हमें नए अमेरिकी प्रशासन का इंतजार करना चाहिए और फिर वे अपने आधिकारिक विचार प्रकट करेंगे।”
ट्रंप की शुल्क नीति पर भारत का दृष्टिकोण
रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान यह घोषणा की थी कि वह उन देशों पर भारी शुल्क लगाएंगे जिनका अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष है। उन्होंने मेक्सिको, कनाडा और चीन के अलावा भारत को भी “टैरिफ का दुरुपयोग करने वाला” देश बताया था, क्योंकि भारत का 2023-24 में अमेरिका के साथ व्यापार अधिशेष $35.32 बिलियन था।
गोयल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मैं अमेरिका के साथ अपने समकक्ष के साथ काम करने का इंतजार कर रहा हूं, जैसे ही पुष्टि प्रक्रियाएं पूरी होंगी, हम आगे की रणनीतियों पर चर्चा करेंगे।”
फ्रांस के साथ व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा
गोयल ने हाल ही में फ्रांस के व्यापार मंत्री सोफी प्रिमास से मुलाकात की और कार्बन बॉर्डर एडजस्टमेंट मेकैनिज़म (CBAM) और यूरोपीय संघ के डेफॉरेस्टेशन रेगुलेशन जैसे एकतरफा उपायों को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अगर ये उपाय लागू होते हैं, तो इससे भारतीय उद्योग को नुकसान हो सकता है।
विकसित देशों से वित्तीय और तकनीकी सहायता की कमी
गोयल ने इस बात का भी उल्लेख किया कि भारत को प्रदूषण कम करने के लिए वित्तीय और तकनीकी सहायता नहीं मिल रही है, जबकि विकसित देशों ने प्रदूषण में सबसे बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा, “हम सबसे कम प्रदूषण करने वाला देश हैं, और हमें इस दिशा में अधिक सहयोग की आवश्यकता है।”
पियूष गोयल की यह टिप्पणियाँ भारत की विदेश नीति और व्यापारिक दृष्टिकोण को स्पष्ट करती हैं, जिसमें वे अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसे देशों के साथ पारदर्शिता और सहयोग को बढ़ावा देने के पक्षधर हैं।