केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन से की मुलाकात, भारत की AI रणनीति पर हुई चर्चा

OpenAI CEO Sam Altman : केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन से मुलाकात कर भारत में एक मजबूत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इकोसिस्टम विकसित करने की रणनीति पर चर्चा की। मुलाकात के बाद वैष्णव ने X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट किया, “सैम ऑल्टमैन के साथ हमारी पूरी AI स्टैक—GPU, मॉडल और ऐप्स—बनाने की रणनीति पर शानदार चर्चा हुई। वे इन तीनों क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं।”
बातचीत के दौरान वैष्णव ने कम लागत में तकनीकी समाधान विकसित करने में भारत की क्षमता को रेखांकित किया और इसे देश के किफायती अंतरिक्ष अभियानों से जोड़ा। उन्होंने कहा, “हमारे देश ने चंद्रमा पर मिशन भेजा, वो भी उस लागत के एक हिस्से में, जितना अन्य देशों ने खर्च किया। तो हम AI मॉडल भी कम लागत में क्यों नहीं बना सकते? इनोवेशन के जरिए लागत को कम किया जा सकता है, चाहे वो हेल्थकेयर, एजुकेशन, एग्रीकल्चर, वेदर फोरकास्टिंग, डिजास्टर मैनेजमेंट या ट्रांसपोर्ट जैसे क्षेत्रों में हो।”
वैष्णव ने स्टार्टअप समुदाय को नवीन AI समाधान प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया और एक ओपन प्रतियोगिता आयोजित करने की योजना की घोषणा की। उन्होंने कहा, “मैं स्टार्टअप समुदाय से आग्रह करता हूं कि वे अनोखे समाधान लेकर आएं। हम जल्द ही एक ओपन प्रतियोगिता शुरू करने जा रहे हैं—एक ओपन एम्पैनलमेंट जैसा कार्यक्रम—जिससे कई समस्याओं का समाधान हो सकता है। हमारे पास जो नवीनतम तकनीक है, उसका उपयोग इन समस्याओं को सुलझाने में क्यों न किया जाए? आप लोग इसमें माहिर हैं।”
OpenAI भारत के साथ सहयोग को लेकर उत्साहित
वैष्णव ने बताया कि ऑल्टमैन भारत के साथ मिलकर किफायती AI समाधान विकसित करने को लेकर उत्साहित हैं। नई दिल्ली में बोलते हुए मंत्री ने भारत की पूरी AI इकोसिस्टम—GPU, मॉडल और एप्लिकेशन—बनाने की महत्वाकांक्षा को दोहराया।
भारतीय तकनीकी डेवलपर्स के साथ एक बंद-द्वार सत्र में, ऑल्टमैन ने OpenAI के लिए भारत के बढ़ते महत्व को स्वीकार किया। “भारत AI के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण बाजार है, और खासकर OpenAI के लिए,” उन्होंने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया के अनुसार कहा। “मुझे लगता है कि भारत को AI क्रांति के नेताओं में से एक होना चाहिए।”
ऑल्टमैन ने भारत में AI तकनीकों के तेजी से अपनाए जाने की सराहना की। उन्होंने कहा, “यह देखना वास्तव में आश्चर्यजनक है कि देश ने कितनी तेजी से इस तकनीक को अपनाया है और इसके ऊपर पूरी स्टैक का निर्माण कर रहा है।” OpenAI, जिसने 2022 में ChatGPT लॉन्च किया था, AI क्रांति के अग्रणी संगठनों में से एक है। ऑल्टमैन ने बताया कि भारत अब OpenAI का दूसरा सबसे बड़ा बाजार बन गया है, जहां पिछले वर्ष की तुलना में उपयोगकर्ताओं की संख्या तीन गुना हो गई है।
कम लागत में तकनीकी सफलता का भारत का विजन
वैष्णव ने कम लागत में उच्च-प्रभाव वाली तकनीकी परियोजनाओं को लागू करने में भारत की सफलता को रेखांकित किया और 2023 के सफल चंद्र मिशन का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा, “हमने चंद्रमा पर मिशन भेजा, वो भी अन्य देशों की लागत के एक अंश में। तो हम AI मॉडल भी इतनी ही कम लागत में क्यों नहीं बना सकते?”
ऑल्टमैन ने वैष्णव के इस विजन का समर्थन करते हुए कहा, “मैं भारत के साथ और अधिक काम करने को लेकर बेहद उत्साहित हूं।”
वैश्विक स्तर पर AI में भारत की भूमिका
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10-11 फरवरी को फ्रांस में एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी करने वाले हैं, जिसमें ऑल्टमैन के भी शामिल होने की उम्मीद है। ऑल्टमैन की भारत यात्रा उनके व्यापक एशिया दौरे का हिस्सा है। इससे एक दिन पहले ही OpenAI ने दक्षिण कोरियाई टेक दिग्गज काकाओ के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जबकि चीनी AI कंपनी DeepSeek के साथ प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है।