1) अगर कंपनी की प्रोफाइल मजबूत है लेकिन आपको शेयरों का अवंटन नहीं मिला। ऐसे में लिस्टिंग डे पर शेयर न खरीदें। शेयर में तेजी आने की पूरी उम्मीद है तो उसमें गिरावट आने का इंतजार करें। फिर उसे पोर्टफोलियो में शामिल करें।
2) कई बार आकर्षक दिखने वाला IPO भी नुकसान करा देता है। इसलिए शेयर चुनते समय यह देख लें कि कंपनी मुनाफे में है या नहीं। अगर नहीं है तो उसके मुनाफे में आने का इंतजार करें।
3) कंपनी मैनेजमेंट का रिकॉर्ड जरूर चेक करें। कंपनी के मैनेजमेंट टीम और प्रमोटर्स की विश्वसनीयता और योग्यता के बारे में जानकारी लें। इसलिए DRHP को सही से पढ़ें।
4) कंपनी का फाइनेंशियल जरूर चेक करें। बेहतर फाइनेंशियल प्रदर्शन करने के आधार पर आप एक अच्छा आईपीओ चुन सकते हैं।
5) इश्यू प्राइस का वैल्युओएशन जरूर देखें कि कहीं ये समान बिजनसे करने वाली दूसरी लिस्टेाड कंपनियों से महंगा तो नहीं है। ज्याटदा वैल्यु एशन से आगे शेयर पर दबाव रह सकता है
6) अर्निंग प्रति शेयर (EPS) पर फोकस करें। EPS से भी किसी कंपनी की फाइनेंशियल स्थिति का पता लगाया जा सकता है। कंपनी को होने वाले नेट प्रोफीट से हर शेयर के हिस्से में कितनी रकम आएगी उसे ही EPS कहते हैं
7) अगर आप किसी आईपीओ में निवेश करने जा रहे हैं तो सबसे पहले उसके अपर प्राइस बैंड पर फोकस करें। इससे इसके सही वैल्युएशन का आंकलन किया जा सकता है।
8) P/E रेश्यो की दूसरी उन कंपनियों से तुलना करें, जो एक ही इंडस्ट्री और करीब एक ही साइज की हों।
9) ऐसी कंपनियों की पहचान करें, जिनका बिजनेस मॉडल आगे भी सस्टेमन करने वाला हो।
10) डाइवर्सिफाइड बिजनेस वाली कंपनियां बेहतर विकल्पि साबित हो सकती हैं।