By- Ankkit Singh
सिप (SIP) में पैसा बैंक से हर माह सीधे बैंक से चला जाता है।
हर माह सिप (SIP) के लिए कई तारीखों में किसी को भी चुनने का मौका मिलता है।
निवेशक सिप (SIP) अमाउंट में कभी भी कमी या बढ़ोत्तरी कर सकता है।
अगर निवेशक को पैसों की जरूरत हो तो बीच में कुछ पैसा निकाल भी सकता है। ऐसा करने से SIP पर फर्क नहीं पड़ता है और वह चलती रहती है।
SIP को कितने भी समय के लिए किया जा सकता है। 6 सिप को बंद कराना भी आसान -निवेशक जिस दिन चाहे वह SIP बंद कर सकता है! इस पर कोई पेनाल्टी नहीं लगती है।
SIP में कंपनियां न्यूनतम 500 रुपए या 1 हजार रुपए से शुरू कर सकते हैं, लेकिन अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।
निवेशक को जब भी जरूरत हो स्टेटमेंट ले सकता हैं।
निवेशक अपने निवेश की वैल्यू रोज जान सकता है। सभी Mutual Funds कंपनियां अपनी हर योजना की NAV रोज रोज घोषित करती हैं।
निवेशक चाहे तो Mutual Fund स्कीम्स में डिविडेंड का विकल्प ले सकते हैं और जब कंपनियां लाभांश देंगी तो निवेशक को सीधे बैंक खाते में पैसा मिल जाएगा।