नई जॉब ज्‍वाइन कर रहे हैं तो जान लें Basic Salary, Gross Salary और CTC के बीच क्या अंतर है?

Salary Jargon in Hindi: कॉलेज कैंपस के इंटरव्यू में क्वालीफाई होने के बाद राहुल ने दिल्ली की एक आईटी कंपनी में पहली जॉब ज्वॉइन की। इंटरव्यू के वक्त कंपनी के HR ने राहुल को 4 लाख रुपए (48 हजार महीना) के पेकेज पर जॉब ऑफर की।

कंपनी की तरफ से महीने की पहली सैलरी आने के बाद राहुल ने जब एकाउंट चेक किया तो उसके खाते में 44,500 रुपए ही है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बहुत से लोगों की तरह राहुल को भी सैलरी पेकेज, बेसिक सैलरी, नेट सैलरी और CTC जैसे टर्म के बारे में जानकारी नहीं थी।

इसलिए इस पोस्ट में हम इन सभी सैलरी टर्म के बीच का अंतर समझाने जा रहे है ताकि भविष्य में आपको भी नई नौकरी के सैलरी कैलकुलेशन में दिक्कत नहीं होगी।

बेसिक सैलरी (Meaning of Basic Salary)

What is Basic Salary in Hindi: बेसिक सैलरी वह सैलरी होती है जो कंपनी और कर्मचारी दोनों की सहमति से निर्धारित होती है। यह आपके सैलरी स्ट्रक्चर का बेस होता है। बेसिक सैलरी के आधार पर ही सैलरी पैकेज के तमाम घटकों की कैलकुलेशन होती है।

इसमें ओवरटाइम, टैक्स कटौती, बोनस या HRA शामिल नहीं होता है। Basic Salary टोटल CTC का 40-45% होता है।

नेट सैलरी (Net Salary Meaning in Hindi)

What is Net Salary in Hindi: नेट सैलरी या टेक-होम सैलरी कटौती के बाद किसी व्यक्ति के बैंक खाते में जमा की गई राशि का प्रदर्शित करती है। इसमें ग्रॉस सैलरी, इनकम टैक्स, पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), प्रोफेशनल टैक्स और अन्य गैर-मौद्रिक लाभों जैसी कटौतियों (Deduction) का लेखा-जोखा शामिल है।

ग्रॉस सैलरी (Gross Salary Meaning in Hindi)

What is Gross Salary in Hindi: सैलरी स्लिप पर प्रदर्शित, ग्रॉस सैलरी,PPF, NPS, रिटायरमेंट फंड, ग्रेच्युटी और इसी तरह के घटकों में नियोक्ता के योगदान में कटौती करने से पहले की कुल वेतन राशि है।

यह विभिन्न खर्चों को घटाने से पहले कंपनी द्वारा कैलकुलेट किए गए ओवरऑल पेमेंट को दिखाता है।

सीटीसी (CTC Meaning in Hindi)

CTC का Full FormCost to Company’ होता है। CTC कंपनी (Employer) द्वारा प्रदान किए गए फुल कंपनसेशन पैकेज को समाहित करता है, जो कर्मचारी पर कुल व्यय (Total expenditure) का प्रतिनिधित्व करता है।

इसमें बेसिक सैलरी, हाउस रेंट एलाउंस (HRA), विशेष भत्ता, लीव ट्रैवल एलाउंस (LTA), वाहन भत्ता समेत अन्य निश्चित घटक शामिल होते हैं। PF, NPS, रिटायरमेंट फंड और परिवर्तनीय वेतन में नियोक्ता का योगदान भी CTC का हिस्सा हो सकता है।

Conclusion –

कर्मचारियों के लिए उनके मुआवजे और लाभों के बारे में सूचित निर्णय लेने के लिए इन शर्तों (Salary Jargon in Hindi) को समझना जरूरी है। चाहे नौकरी की पेशकश पर बातचीत हो या पर्सनल फाइनेंस का प्लान बनाना, Basic Salary, Net Salary, Gross Salary और CTC पर जानकारी व्यक्तियों को उनकी प्रोफेशनल यात्रा में सशक्त बनाती है।

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