Byju’s Loss: सबसे बड़े घाटे वाला स्टार्टअप बना बायजू, हुआ 8245 करोड़ का नुकसान
Byju’s Loss: कभी देश का सबसे मूल्यवान स्टार्टअप (Startup) कहा जाने वाला एडटेक दिग्गज बायजू (Byju’s) अब अपने भविष्य के बारे में “भौतिक अनिश्चितता” का सामना कर रहा है। कंपनी के ऑडिटर, एमएसकेए एंड एसोसिएट्स (MSKA & Associates) ने बायजू की भविष्य की क्षमता पर संदेह व्यक्त किया है। यह चेतावनी बायजू के वित्त वर्ष 2022 (FY22) के वित्तीय परिणामों के साथ आती है, जो इसके निवेशकों के लिए काफी निराशाजनक हैं।
Know about Byju’s Loss
बायजू का घाटा (Byju’s Loss) एक साल पहले के 4,564 करोड़ रुपये से लगभग दोगुना होकर 8,245 करोड़ रुपये हो गया, जबकि समेकित आय 2,428.39 करोड़ रुपये से बढ़कर 5,298.43 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी की कुल वित्तीय देनदारियां 2021-22 में बढ़कर 17,678 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष 3,116 करोड़ रुपये थी।
ऑडिटर ने $1.2 बिलियन के विदेशी ऋण और चल रहे शुद्ध घाटे से होने वाले जोखिमों पर प्रकाश डाला। हालांकि, बायजूज़ इंडिया के सीएफओ नितिन गोलानी (Byju’s India CFO Nitin Golani) ने वित्तीय स्थितियों में सुधार और आवश्यक फंडिंग व्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की ओर इशारा किया।
मूल्यांकन और निवेशक हित (Valuation and Investor Interests)
बायजू के मूल्यांकन में भारी गिरावट देखी गई है। हाल ही में $2 बिलियन से कम के मूल्यांकन पर $100 मिलियन जुटाने का प्रयास किया गया है, जोकि इसके $22 बिलियन के उच्चतम मूल्यांकन से भारी गिरावट है। ब्लैकरॉक और प्रोसस जैसे निवेशकों ने बायजू का अपना मूल्यांकन काफी कम कर दिया है, ब्लैकरॉक ने इसे घटाकर $1 बिलियन कर दिया है।
परिचालन संबंधी संघर्ष और लागत में कटौती के उपाय
बायजू ने कहा कि उसे व्हाइटहैट जूनियर (Whitehat Junior) और ओस्मो (Osmo) जैसे खराब प्रदर्शन वाले अधिग्रहणों के साथ परिचालन चुनौतियों का सामना करना पड़ा, जिससे उसके घाटे में महत्वपूर्ण योगदान हुआ। कंपनी ने घाटा कम करने के लिए इन व्यवसायों को कम कर दिया है।
हालांकि, एक अन्य इकाई, आकाश (एईएसएल) ने लाभ में 82% की बढ़ोत्तरी दर्ज की, जो वित्त वर्ष 2012 में 79.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। यह वित्त वर्ष 2011 में 43.6 करोड़ रुपये के लाभ से उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी है। इन असफलताओं के बावजूद, बायजू (Byju’s Loss) के मुख्य व्यवसाय संचालन ने राजस्व में वृद्धि दर्ज की। हालांकि, कंपनी को हजारों कर्मचारियों की छंटनी करनी पड़ी है और लागत में कटौती के उपायों के तहत संपत्ति की बिक्री पर विचार करना पड़ा है।
CFO Nitin Golani ने भविष्य को लेकर जताई उम्मीद
सीएफओ नितिन गोलानी ने 2022-23 के नतीजों में बेहतर मार्जिन का हवाला देते हुए कंपनी के भविष्य को लेकर आशा व्यक्त की। हालांकि, कंपनी का आगे का रास्ता अनिश्चित (Byju’s Loss) बना हुआ है, इसके संचालन को स्थिर करने के लिए महत्वपूर्ण वित्तीय पुनर्गठन और रणनीतिक बदलाव आवश्यक हो सकते हैं।