Tata Power acquires Bikaner Transmission renewable energy project: टाटा ग्रुप के शेयरों में निवेश करने वाले निवेशकों की बल्ले बल्ले होने वाली है क्योंकि टाटा पावर लिमिटेड (Tata Power Limited) ने घोषणा की कि उसने बीकानेर-III नीमराना-II ट्रांसमिशन रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट का अधिग्रहण कर लिया है।
बता दें कि टाटा पॉवर ने यह बोली लगभग 1,544 करोड़ रुपये में खरीदी। ज्ञात हो कि पॉवर प्रोजेक्ट पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी PFC कंसल्टिंग लिमिटेड द्वारा स्थापित एक स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV) है।
स्पेशल पर्पज व्हीकल (SPV), जिसे एक स्पेशल पर्पज यूनिट (SPE) भी कहा जाता है, एक मूल कंपनी द्वारा अपने वित्तीय जोखिमों को अलग करने के लिए बनाई गई सहायक कंपनी है।
प्रोजेक्ट में क्या क्या शामिल है?
बिल्ड-ओन-ऑपरेट-ट्रांसफर ((BOOT)) आधार पर शुरू की जाने वाली ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट, राजस्थान में बीकानेर कॉम्प्लेक्स से 7.7 गीगावाट (जीडब्ल्यू) रिन्यूएबल एनर्जी की निकासी की सुविधा प्रदान करने के लिए तैयार है।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा, “प्रोजेक्ट में बीकानेर-III पूलिंग स्टेशन से नीमराणा II सबस्टेशन तक 340 किलोमीटर के ट्रांसमिशन कॉरिडोर की स्थापना शामिल है।”
35 वर्षों तक Tata Power प्रोजेक्ट का रखरखाव करेग
टाटा पावर 35 वर्षों तक ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट का रखरखाव करेगी। प्रोजेक्ट एसपीवी ट्रांसफर तिथि से 24 महीने के भीतर प्रोजेक्ट के चालू होने की उम्मीद है।
कंपनी ने यह भी कहा कि सफल कमीशनिंग पर, परियोजना 2022 में विद्युत मंत्रालय द्वारा उल्लिखित रोडमैप में एक महत्वपूर्ण घटक के रूप में काम करेगी।
इस रोडमैप का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट (जीडब्ल्यू) से अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को राष्ट्रीय ग्रिड में एकीकृत करना है।
हाल ही में, कंपनी की सहायक कंपनी टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (टीपीआरईएल) को एसजेवीएन के साथ 200 मेगावाट की फर्म और डिस्पैचेबल रिन्यूएबल एनर्जी (एफडीआरई) परियोजना विकसित करने का काम सौंपा गया था।
संयंत्र को सावधानीपूर्वक हाइब्रिड कॉन्फ़िगरेशन के साथ डिजाइन किया गया है जिसमें सौर, पवन और बैटरी भंडारण घटक शामिल हैं, प्रत्येक का आकार उनकी क्षमताओं के लिए उचित है।
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